Trade union's Revolt of 30th september 2019
केंद्र सरकार की जन बिरोधी नीति के खिलाफ देश के दर्जनो श्रमिक संगठनो व ट्रेड यूनियन एक मंच पर आ कर देश भर मे बृहद जनांदोलन चलाने के लिए किया शंखनाद।
श्रमिको के संयुक्त राष्ट्रीय अधिवेशन मे काई प्रस्ताव हुये पास
अक्टूबर व नवम्बर दो माह मे देश के विभिन राज्यो,जिला,तह्सील,ब्लॉक,स्तर पर मजदूरो का संयुक्त संमेलन आयोजित किये जायेंगे।
दिसंबर माह मे सरकारी,गैर सरकारी कारखानो,संस्थाओ मे केंद्र सरकार की किसान,मज़दूर,बेरोजगार,जन बिरोधी नीति के खिलाफ तैयार घोषणा पत्र का व्यापक प्रसार किया जायेगा।
8 जनवरी 2020 को देश ब्यापी आम हड़ताल होगी।
नई दिल्ली-- देश के सभी राष्ट्रीय स्तर के ट्रेड यूनियनो,श्रमिक संगठनो,पत्रकार यूनियन के सभी घटको,मजदूरो व कर्मचारियो के सभी शीर्ष पदाधिकारियो ने 30 सितम्बर 2019 सोमवार को नई दिल्ली के संसद मार्ग पर आयोजित श्रमिको के संयुक्त राष्ट्रीय खुला अधिवेशन के मंच से केंद्र सरकार की किसान,मज़दूर,जन बिरोधी नीति के खिलाफ जम कर हल्ला बोला वक्ताओ ने कहा कि केंद्रीय भाजपा सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का एक तिमाही पूरी कर चुकी है। देश मे आर्थिक मन्दी,निरंतर घटती नौकरिया,बढती बेरोजगारी,अंधाधुंध निजीकरण,राष्ट्रीय परि सांपत्त्तीयो का विदेशीकरण,स्वदेशी विनिर्माण क्षमताओ का विनाश,समाज मे असमानता का बढता स्तर,अलोकतान्त्रिक तरीके से बेज कोड बिल को पारित कराना, व्यवसायीक स्वास्थ्य सुरक्षा और कामकाजी हालात पर कोड,आरटीआइ एक्ट मे इसे अपंग करने के लिए संशोधन,गैर कानूनी गतिबीधी रोकथाम एक्ट मे संशोधन कर के इसे क्रुर और दंडात्मक बनाना, जम्मू कश्मीर मे आम जनता को घरो मे कैद कर के धारा 370 को लागू करना आदि गतिबिधि से यह साबित हो गाया है कि देश मे अघोषित आपातकाल का दौर चल रहा है। देश की आम जनता एक ओर जहा हताश व परेशान है तो वही दूसरी ओर देश के पढे लिखे नौजवान नौकरी की तलाश मे दर दर की ठोकरे खाते फिर रहे है। देश की अमन पसंद जनता को झूठे राष्ट्रवाद की आड़ मे साम्प्रदायीकता की ओर धकेला जा रहा है। भाजपा शासित कई राज्य मे साम्प्रदायीक आधार पर एनआरसी जैसी प्रक्रिया चलाई जा रही है। जिसका बिरोध यदि समय रहते हुये नही किया गया तो आने वाला समय बहुत ही भयावह होगा।
श्रमिको के राष्ट्रीय अधिवेशन को प्रमुख रुप से एटक,इंटक,एचएमएस,सीटू,एआइयूटीयूसी,टीयूसीसी,सेवा,एआइसीसीटीयू,एलपीएफ,यूटीयूसी के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियो ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर देश के तमाम मजदूरो,कर्मचारियो के संगठनो सहित समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष जयराम पान्डेय ने मंच पर अपनी उपास्थिती दर्ज़ करा कर आज़ादी की दूसरी लडाई के इस महा अभियान के साक्षी बने।
श्रमिको के संयुक्त राष्ट्रीय अधिवेशन मे काई प्रस्ताव हुये पास
अक्टूबर व नवम्बर दो माह मे देश के विभिन राज्यो,जिला,तह्सील,ब्लॉक,स्तर पर मजदूरो का संयुक्त संमेलन आयोजित किये जायेंगे।
दिसंबर माह मे सरकारी,गैर सरकारी कारखानो,संस्थाओ मे केंद्र सरकार की किसान,मज़दूर,बेरोजगार,जन बिरोधी नीति के खिलाफ तैयार घोषणा पत्र का व्यापक प्रसार किया जायेगा।
8 जनवरी 2020 को देश ब्यापी आम हड़ताल होगी।
नई दिल्ली-- देश के सभी राष्ट्रीय स्तर के ट्रेड यूनियनो,श्रमिक संगठनो,पत्रकार यूनियन के सभी घटको,मजदूरो व कर्मचारियो के सभी शीर्ष पदाधिकारियो ने 30 सितम्बर 2019 सोमवार को नई दिल्ली के संसद मार्ग पर आयोजित श्रमिको के संयुक्त राष्ट्रीय खुला अधिवेशन के मंच से केंद्र सरकार की किसान,मज़दूर,जन बिरोधी नीति के खिलाफ जम कर हल्ला बोला वक्ताओ ने कहा कि केंद्रीय भाजपा सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का एक तिमाही पूरी कर चुकी है। देश मे आर्थिक मन्दी,निरंतर घटती नौकरिया,बढती बेरोजगारी,अंधाधुंध निजीकरण,राष्ट्रीय परि सांपत्त्तीयो का विदेशीकरण,स्वदेशी विनिर्माण क्षमताओ का विनाश,समाज मे असमानता का बढता स्तर,अलोकतान्त्रिक तरीके से बेज कोड बिल को पारित कराना, व्यवसायीक स्वास्थ्य सुरक्षा और कामकाजी हालात पर कोड,आरटीआइ एक्ट मे इसे अपंग करने के लिए संशोधन,गैर कानूनी गतिबीधी रोकथाम एक्ट मे संशोधन कर के इसे क्रुर और दंडात्मक बनाना, जम्मू कश्मीर मे आम जनता को घरो मे कैद कर के धारा 370 को लागू करना आदि गतिबिधि से यह साबित हो गाया है कि देश मे अघोषित आपातकाल का दौर चल रहा है। देश की आम जनता एक ओर जहा हताश व परेशान है तो वही दूसरी ओर देश के पढे लिखे नौजवान नौकरी की तलाश मे दर दर की ठोकरे खाते फिर रहे है। देश की अमन पसंद जनता को झूठे राष्ट्रवाद की आड़ मे साम्प्रदायीकता की ओर धकेला जा रहा है। भाजपा शासित कई राज्य मे साम्प्रदायीक आधार पर एनआरसी जैसी प्रक्रिया चलाई जा रही है। जिसका बिरोध यदि समय रहते हुये नही किया गया तो आने वाला समय बहुत ही भयावह होगा।
श्रमिको के राष्ट्रीय अधिवेशन को प्रमुख रुप से एटक,इंटक,एचएमएस,सीटू,एआइयूटीयूसी,टीयूसीसी,सेवा,एआइसीसीटीयू,एलपीएफ,यूटीयूसी के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियो ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर देश के तमाम मजदूरो,कर्मचारियो के संगठनो सहित समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष जयराम पान्डेय ने मंच पर अपनी उपास्थिती दर्ज़ करा कर आज़ादी की दूसरी लडाई के इस महा अभियान के साक्षी बने।
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